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संस्था के उद्देश्य/Objective of society

  1. देश की बढती हुयी भिक्षावृत्ति को रोकना और देश में बढ़ते हुयी बेरोजगारी को दूर करने हेतु युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रम की और आकर्षित करना
  2. अपारम्परिक उर्जा श्रोतो संयंत्रों गोबर गैस, सौर उर्जा तथा पवन उर्जा पर आधारित कार्यक्रमों का प्रदर्शन एवं विकास करना
  3. ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु निम्न कार्यक्रमों को कराने की व्यवस्था करना| सरकार या उत्तर प्रदेश सरकार के विभागों से ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु सड़को की मरम्मत, नई सड़कों को बनाने के लिए अनुमति लेना|
  4. निर्धन, अनाथ, असहाय, लोगों एवं बृद्धजन के कल्याण हेतु आत्मनिर्भर बनाने हेतु सरकार के वित्तीय सहयोग से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ को चलाना व सुलभ ग्रामोद्योगी एवं निशुल्क तकनीकी प्रशिक्षण देकर/दिलाकर उन्हें स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाना तथा उनके आश्रय स्थल की स्थापना करना एवं निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने हेतु साक्षरता कार्यक्रम चलाना तथा उनके लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था करना |
  5. नागरिकों के सर्वांगीण विकास हेतु शहरी एवं ग्राम्य क्षेत्र के पिछड़े क्षेत्र एवं मलिन बस्तियों में स्वच्छता, साक्षरता, परिवार नियोजन, मात् शिशु पोषण महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम बाल टिकाकारण कार्यक्रम आदि को चलाना व शिक्षा केन्द्रों की स्थापना करना तथा उनके कल्याण हेतु सरकार की योजनायों की उन्हें जानकारी देना एवं समय समय पर जागरूकता शिविरों का आयोजन करना एवं सड़कों पर भटकते बच्चों के लिए एकीकृत कार्यक्रम चलाना |
  6. नागरिकों में सामाजिक जनचेतना जागृत करना एवं विज्ञानपन, पोस्टर, बैनर आदि के माध्यम से एड्स एवं हेपेटाइटिस के बचने के उपाय सुझाना एवं एड्स पर प्रभावी अंकुश लगाने का भरसक प्रयास करना |
  7. संस्था का उद्देश्य बच्चों को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु उन्हें निशुल्क तकनीकी एवं व्यवसायिक, चिकित्सकीय शिक्षण-प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर एवं योग्य नागरिक बनाना व राष्ट्र विकास में सहयोग करना |
  8. कार्यक्षेत्र में केन्द्रीय एवं राज्य सरकार, समाज कल्याण विभाग एवं विभाग द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनायों को कार्यान्वित करना एवं सम्बधित विभागों से संपर्क स्थापित कर सहयाता प्रदान करना |
  9. संस्था का उद्देश्य समय समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, गोष्ठियों, स्वास्थ्य रक्षा शिविरों, राहत शिवरों, नेत्र रक्षा शिविरों, जनजागृति शिविरों, कला प्रदर्शनी का आयोजन करना तथा निशुल्क प्रौढ़ शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा, कार्यक्रम बालश्रम, उन्मूलन कार्यक्रम, गरीबी उन्मूलन, मद्य निषेध कार्यक्रम चलाना |
  10. देश विदेश एवं प्रदेश की सामानउद्धेश्य वाली संस्थायों से संपर्क स्थापित करना एवं उनका सहयोग करना एवं ऐसी संस्थाओं से सहयोग प्राप्त कर समाज विकास हेतु विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम चलाना एवं संस्थाओं के विकास हेतु पत्र-पत्रिका का प्रकाशन कर उन्हें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना |
  11. संस्था का उद्धेश्य शिक्षा के उत्तोरोत्तर विकास हेतु कार्य क्षेत्र में प्राइमरी से लेकर जूनियर हाई स्कूल, हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट तथा आवश्यकतानुसार महाविद्यालय तक के विद्यालयों, मदरसा आदि की स्थापना कर अन्य का ज्ञान उपलब्ध कराना, कंप्यूटर प्रणाली की नवीनतम जानकारिया उपलब्ध कराना व नवयुवक-युवतियों को कंप्यूटर के माध्यम से कंप्यूटर प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार की और अग्रसर करना व कंप्यूटर के वैज्ञानिक विषयों की शिक्षा व प्रशिक्षण की व्यवस्था करना |
  12. संस्था का उद्देश्य छात्र एवं छात्राओं को वर्तमान पद्धति के अनुसार शिक्षा तथा मद्याकालीन भोजन की व्यवस्था कराना |
  13. समाज के निर्धन कन्याओं का दहेज रहित सामूहिक विवाहों का आयोजन कराना एवं परित्यक्ताओं व् विधवाओं को पुनर्विवाह हेतु प्रेरित कराना |
  14. विकलांगों के उपचार हेतु सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओ में सहायता प्रदान करना एवं निशुल्क चिकित्शालय की व्यवस्था कराना |
  15. पर्यावरण संतुलन बनाये रखने एवं प्रदूषण को कम करने के उद्धेश्य से वृक्षारोपण कराना एवं पौधेशाला की स्थापना कराना एवं ऊसर
  16. संस्था का उदेश्य ग्रामीण क्षेत्रो एवं शहरी क्षेत्रो में नागरिकों की सुबिधा हेतुः पुस्तकालय, वाचनालय, क्रीडाकेन्द्र, छात्रावास एवं विकलांक तथा बाल श्रमिक विद्यालय की व्यवस्था करना एवं सामुदायिक केन्द्रों, पशु चिक्तिसालय एवं अन्य धर्मार्थ संस्थानों,शिक्षा संस्थानो, धर्मशाला, नि:शुल्क औषधालयों,वृद्धाश्रम,अनाथाश्रम का निर्माण व संचालन की पूर्ण व्यवस्था करना तथा निर्धन व विकलांगो के पुस्तक, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा आदि की सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराना |
  17. अल्पसंख्यको के शेक्षिक पिछड़ेपन को दूर कराना एवं अल्पसंख्यक समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना, शासन द्वारा अल्पसख्यकों को दी जाने बाली शुविधाओ तथा कल्याणकारी योजनाओ से अवगत कराना
  18. संस्था का उद्देश्य ग्रामीण छेत्रो का बकरी पालन, मुर्गी पालन, मतस्य पालन, पशु पालन, गो पालन, भेस पालन, मधुमखी पालन आदि बढ़ावा देना कृषि प्रधान देश में किसानो की शोचनीय दशा को ध्यान मे रखते हुए उन्नत कृषि को बढ़ावा देना व उन्नत कृषि के बारे में किसानो को कृषि विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण देना तथा किसानो में परस्पर सहयोग, एकता की भावना पैदा करे उन्नति कृषि को अपनाने पर बल देना, जैविक खाद के उपयोग, प्रचार – प्रसार तथा किसानो को इसकी उपयोगिता के वारे में जानकारी प्रदान करना |
  19. केंद्रीय तथा राज्य सरकार निगम बोर्ड संबंधित विभागा के वित्तीय सहयोग से युवक – युवतियों के कल्याण हेतु व उन्हें आत्म निर्भर व स्वावलम्बी बनाने हेतु सुलभ रोजगारपरक प्रशिक्षण जेसे सिलाई , कड़ाई , कटाई , बबुनाई , हस्तशिल्प कला , वास्तुकला दस्तकारी , दरी कालीन ड्राइंग , पेंटिंगकला प्रशिक्षण तथा टंकण आशुलिपि एवं कंप्यूटर शिक्षण हार्डवेयर , सोफ्टवेयर इन्टरनेट , इलेक्ट्रोनिक्स फैशन डिजायनिंग , टैक्सटाइल , डिजाइनिंग , इंटीरियरडिजायनिंगब्यूटीशियन, चिकन वर्क आदि का
  20. समाज के अपेक्षित लोगों जैसे अन्धे, कुष्ठ रोगी, व मूक बधिरों विकलांगो व निराश्रित लाचार वृद्धजनों के कल्याण के लिये कार्य करना, बालआश्रम, अनाथालय एवं
  21. निर्धन एवं अनाथ लोगों व पिछडे क्षेत्रों के विकास हेतु केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के सम्बन्धित विभाग, मंत्रालयों जैसे- स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय, यूनीसेफ, हड़कों, महिला एवं बाल विकास विभाग, कपार्ट, काई, सिप्सा, नावार्ड, आवार्ड, नीराड, डूडा, सूडा, सिडवी, राष्ट्रीय महिला कोष, बाल विकास पुष्टाहार, महिला कल्याण एवं बाल कल्याण निधी महिला कल्याण निगम, राष्ट्रीय बाल भवन वस्त्र शिल्प हस्त मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, मत्स्य विभाग, समाज कल्याण बोर्ड, केन्द्रीय समाज कल्याण सलाहाकार बोर्ड, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, श्रम मंत्रालय, राजीव गांधी फाउण्डेशन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद आदि के वित्तीय सहयोग से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनों व कार्यक्रमों को चलाकर नागरिकों का सर्वागीण विकास करना ।
  22. स्वजातीय एवं अर्न्तजातीय कन्याओं का विवाह कराना एवं उनका रजिस्ट्रेशन कराना एवं दहेज रहित सामूहिक विवाहों का आयोजन करना ।
  23. लावारिस लाशों को दाह संस्कार कराने के लिए इलैक्ट्रोनिक हीटर की व्यवस्था करना। बाढ़ एवं भूकम्प पीड़ितों को राशन एवं सुरक्षित स्थान पर ले जाना। लावारिस लाशों का हिन्दू रीतिरिवाज से दाह संस्कार करना ।
  24. विकलांग मानवों के कल्याण हेतु भिन्न भिन्न कार्यक्रम संचालित कर रही केन्द्र सरकार द्वारा अस्थि विकलागों हेतु व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना करना इन्ही प्रयासों के अन्तर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से विकलांगों को प्रशिक्षित एवं दक्षता प्रदान कर उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप सेस्वावलम्बी बनाना है ताकि वे अपना जीवन स्वंय निर्वाह कर सकें ।
  25. संस्था का उद्देश्य सचल डिस्पेन्सरी या चलता फिरता अस्पताल ऐसी सचल सेवाओं के संचालित करने का उद्देश्य निर्धन अनुसूचित जाति एवं स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित मानवों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय केन्द्र सरकार के सहयोग से एक वाहन में आम बीमारियों में प्रयोग होने वाली औषधियों के साथ-साथ चिकित्सक की निःशुल्क सुविधा से युक्त घर-घर जाकर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना इस सचल सेवा का मुख्य कार्य होगा ।
  26. संस्था का उद्देश्य गरीब लोगों के बच्चों को विद्यालय से सम्पर्क कर शिक्षित कराना और उन्हें नशाखोरी, जुआ शराब व गलत आदतों से बचने के बारे में जानकारी देना तथा 15 से 35 वर्ष के बच्चों की खेल प्रतियोगिताऐं कराना और युवा एवं खेल मंत्रालय केन्द्र सरकार, राज्य सरकार के माध्यम से खेल प्रतियोगिता कराकर उनका विकास करना। व बच्चों की सुविधा हेतु क्रीड़ाकेन्द्रों एवं सामिग्री की उचित व्यवस्था करना और छात्र-छात्राओं के मनोरंजन की व्यवस्था करना ।
  27. निर्धन, अनाथ, असहाय बृद्धों, विधवाओं एवं निराशाग्रस्त लोगों के निःशुल्क आवास एवं भोजन की स्थापना करना तथा उचित वातावरण के माध्यम से उनमें नया उत्साह एवं श्रमशीलता लाना और आध्यात्मिक परिवेश प्रदान कर उन्हें सुख शान्ति का अनुभव कराना ।
  28. विकलांग एवं मन्द बुद्धि बच्चों हेतु आवासीय विद्यालयों की स्थापना करना उन्हें शिक्षित एवं प्रशिक्षित कर उनमें आत्म विश्वास की भावना को जाग्रत करना तथा उन्हें जीवन की मुख्य धारा से जोड़ना और राष्ट्र निर्माण एवं उत्थान में सहभागी बनाना
  29. चल तथा अचल सम्पत्ति को दान के रूप में प्राप्त कर सभी कार्य करने की व्यवस्था करना ।
  30. विधायक निधि और सांसद निधि और एम० एल० सी० निधियों से मिलने वाले धन का उपयोग नियमानुसार कार्य में करना और कराना ।
  31. "संस्था ऐसे पाठ्यक्रमों का न तो संचालन करेगी और न ही कोई उपाधि व प्रमाण पत्र प्रदान करेगी जिसका संचालन राज्य सरकार/भारत सरकार द्वारा विधि द्वारा संस्थापित बोर्ड / विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता हैं। संस्था ऐसा करने से पूर्व राज्य सरकार / भारत सरकार से विधिवत अनुमति प्राप्त करेगी ।